खतरों से खेलते ग्रामीण क्षेत्रों के बाईकर्स,जो पुलिस की आंखों में धूल झोंककर खतरा मोल लेते हैं।
किशनगंज टाइम्स के लिए शशिकांत झा की रिपोर्ट।
किशनगंज (बिहार )- कोरोना पर भारी पड़ती जिंदगियों की रफ्तार ,लाख मनाही के बाद भी लोग करते हैं मनमानी ,लिंक सड़कों को ढाल बनाकर चलाते हैं बाईक ।जबकि पुलिस के द्वारा कथित बाईक और तिपहिया वाहनों से वसूले जा रहे हैं भारी भरकम जुर्माने की रकम।
पुलिस प्रशासन के द्वारा घरों में रहने की अपील को अनसुनी कर लोग लिंक रोडों का इस्तेमाल करते हुए एक जगह से दूसरी जगह जाने की होड़ लगा रहे हैं ।जहाँ बहानेबाजी को हथियार और इस कोरोना के खतरनाक इरादों को दरकिनार करते लोग खतरों से खेल रहे हैं ।जो अब चिंता का बिषय बनता जा रहा है ।हलांकि लाकडाऊंन -2 में वाहनों के परिचालन पर छूट नहीं मिली है ।जहाँ कई तरह की दलीलें और दंड शुल्क देकर भी लोग इससे बाज नहीं आ रहे हैं ।जिसे रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से काफी प्रयास किये जा रहे हैं ।जबकि सरकारी घोषनाऐं नियम कानूनों के उलंघन पर दी गई छूटें वापस लेने की भी बातों का भी खुलासा कर चुकी है ।ऐसे में कोरोना संक्रमण पर भाग दौड़ की जिंदगियां खतरों से खेलती नजरें आती है ।पुलिस गाड़ी देखकर छुप जाना और फिर बाईक लेकर घूम आना कहीं से भी उचित नहीं ठहराया जा रहा है ।अब तो गांव घरों में लोग ऐसे बाईकर्स को समझाने के लिए अनेक जगहों पर बैरियर भी लगा चुके हैं ।पर ग्रामीण क्षेत्रों में कथित बाईकर्स इस भयंकर भूल को अपनी चालाकियां समझकर, बाईक चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
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