नेपाली क्षेत्र की जमीन से फसल काटने के मुद्दों पर नेपाली एपीएफ ने चलाई गोलियाँ।
घटनास्थल से एसएन सिंह एवं एनके गुप्ता की संयुक्त विशेष खबर।
किशनगंज (बिहार)- भारत नेपाल दोनों मित्रराष्ट्रों में कोरोणा संक्रमण के बीच लागू लॉकडाऊन के बीच नेपाली क्षेत्र में नेपाली आर्मफोर्स ने चलाई गोलियां ,आत्मरक्षार्थ चली गोलीवारी घटना की पुष्टि भद्रपूर (नेपाली आर्मफोर्स 02)के एस .पी .रेशम कुमार थाकसू ने पूछे जाने पर एक टेलीफोनिक वार्ता में की है ।
वार्ता के क्रम में भद्रपूर एस पी श्री थाकसू ने बतलाया है कि -वार्डर पीलर सं.125/10 कंचनकबल गांव के नेपाली क्षेत्र भारतीय किसानों के द्वारा नेपाली जमीन लीज पर लेकर नेपाल में लगाये मक्के की फसल तोड़ने के लिए लगभग सौ की संख्याओं में घरेलू हथियारों से लैश होकर नेपाल में प्रवेश करने का जबरदस्ती प्रयास कर रहे थे ।रात के लगभग 09.30 बजे घटी उक्त घटना में नेपाली आर्मफोर्स ने लॉकडाऊन में नेपाली क्षेत्र में प्रवेश ना करने का अनुरोध किसानों के जत्थे से किया ।पर कहा जाता है कि कथित भारतीय किसानों का दल रुकने के बजाय नेपाल आर्मफोर्सों से उलझना चाहा ।बड़ी संख्याओं में आये कथित किसानों का दूराग्रह एवं आक्रमक रुप देखते हुए नेपाली फोर्स ने हवाई फायरिंग की ।तो कथित किसानों का दल भाग खड़े हुए ।हलांकि उक्त घटना की सूचना मिलते हीं नेपाल ए पी एफ डी एस पी कृष्ण कुमार श्रेष्ठ ,क्रमशः ईंसपेक्टर परशुराम थापा ,अमरजीत ,ब्रह्मदेव सहित नेपाल पुलिसदल ,गांवपालिका घेराबाड़ी वार्ड सदस्य सर्वश्री लक्ष्मी यादव ,इन्द्रकला गणेश ,उमाशंकर गणेश ,मेयर मो.अंजार आलम घटनास्थल पर आगये ।जबकि भारतीय अधिकारियों में एस एस बी 19बी एन के डिपुटी कमांडेंट नवीन कुमार रॉय ,ए.सी .भरत चौधरी ,गरभनडंगा एस एच ओ प्रदीप चंद्र भी यहाँ पहुंचकर आपस में विचार विमर्श कर भारत नेपाल में लॉकडाऊन के पालन पर सहमत हुए ।तथा भारत से नेपाल या नेपाल से पूरी तरह कड़ाई से रोक पर सहमत हुए ।जिसके समर्थन में दोनों देशों के उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी की ।तथा नेपाली क्षेत्र में लगी फसल को नेपाली भू भाग के भूस्वामियों को फसल काट लेने की अनुमति दी गई।
बताते चलें कि इसी माह के दिनांक 04 -05 -20 को शाम 05 बजे भारत नेपाल सीमाओं के पीलर सं.131 एवं 131(1) के निकट कुसुमबासी बस्ती के करीब इन्हीं तथाकथित भारतीय किसानों और नेपाली ए पी एफ के बीच काफी गर्मागर्मी हुई थी ।जहाँ पर भी उक्त कथित किसान जत्थों के द्वारा नेपाली ए पी एफ पर हमले की बातें कही जाती है ।जब ए पी एफ ने उस समय आत्मरक्षार्थ हवाई फायरिंग की थी ।जिसे भारत सीमा पर तैनात एस एस बी के वरीय पदाधिकारियों सहित ए पी एफ के सीनियर्सों और दोनों ओर की पुलिस ने भी आपसी समझौते में भारत नेपाल पारगमन पर रोक लगाने पर सहमति जताई थी ।पुनः इस तरह की घटनाओं से जहाँ नोमेंस लेंड से सटे दोनो ओर के निवासियों में दहसत व्याप्त है ।वहीं बार बार हो रही घटनाओं से दोनों राष्ट्र के अधिकारियों में भी चिंता देखी जा रही है।
घटनास्थल से एसएन सिंह एवं एनके गुप्ता की संयुक्त विशेष खबर।
बॉर्डर पर भारत-नेपाल के जवान। |
वार्ता के क्रम में भद्रपूर एस पी श्री थाकसू ने बतलाया है कि -वार्डर पीलर सं.125/10 कंचनकबल गांव के नेपाली क्षेत्र भारतीय किसानों के द्वारा नेपाली जमीन लीज पर लेकर नेपाल में लगाये मक्के की फसल तोड़ने के लिए लगभग सौ की संख्याओं में घरेलू हथियारों से लैश होकर नेपाल में प्रवेश करने का जबरदस्ती प्रयास कर रहे थे ।रात के लगभग 09.30 बजे घटी उक्त घटना में नेपाली आर्मफोर्स ने लॉकडाऊन में नेपाली क्षेत्र में प्रवेश ना करने का अनुरोध किसानों के जत्थे से किया ।पर कहा जाता है कि कथित भारतीय किसानों का दल रुकने के बजाय नेपाल आर्मफोर्सों से उलझना चाहा ।बड़ी संख्याओं में आये कथित किसानों का दूराग्रह एवं आक्रमक रुप देखते हुए नेपाली फोर्स ने हवाई फायरिंग की ।तो कथित किसानों का दल भाग खड़े हुए ।हलांकि उक्त घटना की सूचना मिलते हीं नेपाल ए पी एफ डी एस पी कृष्ण कुमार श्रेष्ठ ,क्रमशः ईंसपेक्टर परशुराम थापा ,अमरजीत ,ब्रह्मदेव सहित नेपाल पुलिसदल ,गांवपालिका घेराबाड़ी वार्ड सदस्य सर्वश्री लक्ष्मी यादव ,इन्द्रकला गणेश ,उमाशंकर गणेश ,मेयर मो.अंजार आलम घटनास्थल पर आगये ।जबकि भारतीय अधिकारियों में एस एस बी 19बी एन के डिपुटी कमांडेंट नवीन कुमार रॉय ,ए.सी .भरत चौधरी ,गरभनडंगा एस एच ओ प्रदीप चंद्र भी यहाँ पहुंचकर आपस में विचार विमर्श कर भारत नेपाल में लॉकडाऊन के पालन पर सहमत हुए ।तथा भारत से नेपाल या नेपाल से पूरी तरह कड़ाई से रोक पर सहमत हुए ।जिसके समर्थन में दोनों देशों के उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी की ।तथा नेपाली क्षेत्र में लगी फसल को नेपाली भू भाग के भूस्वामियों को फसल काट लेने की अनुमति दी गई।
बताते चलें कि इसी माह के दिनांक 04 -05 -20 को शाम 05 बजे भारत नेपाल सीमाओं के पीलर सं.131 एवं 131(1) के निकट कुसुमबासी बस्ती के करीब इन्हीं तथाकथित भारतीय किसानों और नेपाली ए पी एफ के बीच काफी गर्मागर्मी हुई थी ।जहाँ पर भी उक्त कथित किसान जत्थों के द्वारा नेपाली ए पी एफ पर हमले की बातें कही जाती है ।जब ए पी एफ ने उस समय आत्मरक्षार्थ हवाई फायरिंग की थी ।जिसे भारत सीमा पर तैनात एस एस बी के वरीय पदाधिकारियों सहित ए पी एफ के सीनियर्सों और दोनों ओर की पुलिस ने भी आपसी समझौते में भारत नेपाल पारगमन पर रोक लगाने पर सहमति जताई थी ।पुनः इस तरह की घटनाओं से जहाँ नोमेंस लेंड से सटे दोनो ओर के निवासियों में दहसत व्याप्त है ।वहीं बार बार हो रही घटनाओं से दोनों राष्ट्र के अधिकारियों में भी चिंता देखी जा रही है।
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