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परेशानी: ग्वालटोली में बांध कटने से कनकई नदी का रूख बदलने पर आमादा-Kishanganj Times

धार के पास तेज कटाव।

किशनगंज (बिहार)- किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र के पत्थरघटी पंचायत अंतर्गत ग्वालटोली में बांध कटने से कनकई नदी का रूख बदलने पर आमादा है जिससे ग्रामीण सहमे हुए हैं। पिछले दिनों लगातार बारिश के बाद कनकई नदी का कटाव ग्वालटोली में तेजी से हो रही हैं जो अबतक जारी है। कनकई नदी की लगातार कटाव से ग्वालटोली का अस्तित्व अब खतरे में है। ग्वालटोली के ग्रामीण कैसर आलम,सद्दाम, नवाब,वजीर आदि ने बताया कि कनकई नदी का कटान लगातार होने से कनकई नदी का रूख बदलने को है जो ग्वालटोली होकर धार में तब्दील हो चुकी हैं।
धार को कनकई नदी में मिलने का फासला अब मात्र 20 से 25 फ़ीट ही है ऐसे में कनकई नदी अगर रूख बदल लेती है तो इससे कुढेली,दोदरा, गुवाबाड़ी, बलवाडांगी सहित कई गाँव अस्तित्व खतरे में पर जाएगा। वही ग्रामीणों ने कहा कि समय पर अगर कटाव रोधक कार्य किया जाता तो ग्वालटोली गाँव होकर जो धार निकल रही हैं उसको रोका जा सकता था पर कोई भी जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन का ध्यान इस ओर नही गया हालात यह है कि अब नदी का रूख कभी भी गाँव होकर निकल सकती हैं। धार अगर कनकई नदी में तब्दील हो जाती हैं तो यहां आधे दर्जन से अधिक गाँव बर्बादी के कगार पर होने की संभावना है।
वही स्थानीय ग्रामीणों की माने तो यहां साल दर साल कनकई सैकड़ों घर सहित दर्जनों एकड़ जमीन को अपने आगोश में ले लेती हैं। यहां की क्षतिग्रस्त सड़कें, उजड़े चमन बाढ़ व नदी कटाव से बर्बादी का दास्तां बयां करने के लिए काफी है। कटाव रोधक कार्य कर धार को कटने से बचाने को लेकर ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि, प्रशासन से अपील की है।

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