भारत-नेपाल सीमा पर कोरोना वेरियर्स की निगेहवानी |
भारत नेपाल की सीमाओं से सटे गा़ंवों में कोरोना वेरियर्सों का बोलता काम ,हो रहा है जिला का नाम।
किशनगंज टाइम्स के लिए भारत-नेपाल सीमा से अकिल आलम की रिपोर्ट।
किशनगंज (बिहार )- भारत नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं से सटे भारतीय क्षेत्र के गांवों में स्थानीय कोरोना बेरियर्सों की जितनी भी तारीफें की जाय कम होगी ।सावधानियों की जानकारियों से भरी जागरूकता ,सफाई और साफ रहने की हिदायतों के साथ मित्रराष्ट्र नेपाल की आवाजाहियों पर पैनी नजरें और उनके टेस्टों की अहम भूमिकाओं के बीच अपना बचाव कर काम करते रहना इनकी खासियतों में शुमार है।
जैसा कि भारत नेपाल के नोमेंस लेंड के दोनो हिस्सों में दोनो देश के नागरिकों का बसेरा है ।जहाँ से आर पार की गतिविधियों पर नजर बनाये रखना यहां काफी अहम है ।हलांकि नेपाली नागरिकों को भी उनकी सरकार द्वारा लगाये गये पावंदियों का पालन कराया जा रहा है ।फिर भी सीमा के रक्षकों के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ,उच्चाधिकारियों की जांच यहाँ होता रहता है ।अभी हाल के दिनो़ में प्रवासी मजदूरों का बाहर से आने पर यहाँ दिघलबैंक प्रखंड
के 34 मजदूरों को चिन्हित किया गया था ।जो भागकर सूदूर सीमावर्ती अपने गांवों में छुपे थे ।उनकी खोजकर उन्हें कोरंटाईन करना वास्तव में टेढ़ी खीर साबित हुई है।इस क्रम में यहां के थानाध्यक्ष आरिज अहकाम और उनकी पुलिस टीम ने एक अजू्वा और सावधानियों से भरा काम कर लाकडाऊंन को शख्ती से कामयाबी के साथ लागू रखा है।
आम नागरिकों ने कोरोना बेरियर्सों पर बरसाए फूल। |
जिसके साथ बीडीओ दिघलबैंक पूरन साह ,सीओ अरुण कुमार एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा.टी एन रजक की भूमिकाएं काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है ।फलतः कोरोना बेरियर्सों के रुप में इस टीम के कार्यों की सराहना आम नागरिकों सहित जिले के डी एम आदित्य प्रकाश भी कर चुके हैं ।जिनके दिन रात की निगेहवानियों के कारण सीमाओं से लगे क्षेत्रों में पूरी तरह लाकडाऊंन सफल होता जा रहा है। गरीब लाचारों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्थाओं के बीच यहां की टीमें कैमरों की नजरों को भी अब तक धोखे में रखती जा रही है ।सहायता पहुंचा देने के बाद गांवों से निकलती आवाजों से हीं इसका पता चल पाता है ।रात के अंधेरों में दिघलबैंक ,कोढ़ोबाड़ी और गरभनडंगा थाना महकमा बेबस लाचारों के बीच सहायता पहुंचा रहे हैं ।जबकि बी डी ओ ,सी ओ और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ स्वास्थ्य विभाग की अलग अलग टीमें गांव गा़ंव की खाख छानकर सर्वे करने में लगी है ।शायद इन्हीं कारणों के बीच कार्य करने बाले "कोरोना बेरियर्सों " का आमलोग उन्मुक्त कंठों से प्रशंसा करते उन पर फूलों की बर्षा कर रहे हैं ।एवं उनके हौसलों को बढ़ाते हुए ,इन बिकट विपदाओं की घड़ियों में उन्हें केवल और केवल बधाईयाँ दे रहे हैं।
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