आमलोगों में किशनगंज पुलिस के प्रति बढ़ता रुझान।
किशनगंज टाइम्स के लिए एसके झा की रिपोर्ट।
किशनगंज (बिहार )- "एक मित्र ने बहादुरगंज थानाध्यक्ष से पूछा -आप दिन रात लोगों की सेवा में लगे रहते हैं ,राहत के साथ अपना और कानून का विचार बांटते हैं ,आपको क्या मिलता है ? थानाध्यक्ष ने हंसकर कहा - लेना देना तो व्यापार है ,जो देकर कुछ ना मांगे वही तो प्यार है "। जिलान्तर्गत बहादुरगंज पुलिस के बेहतर पुलिसिंग के कायल लोग अब इनके द्वारा किये जा रहे लोक सेवाओं के समर्थन में आगे आने लगे हैं ।साथ हीं बहादुरगंज थानाध्यक्ष के नेतृत्व में चलाये जा रहे "लाकडाऊंन राहत "कार्यों के लिये इन्हें बधाई देने का भी सिलसिला चल पड़ा है ।
प्रखंंड अन्तर्गत सिंघिया के दानिश अनवर ,जो एक कम्पनी में सी ई ओ बनकर दिल्ली में कार्यरत हैं और आज के लाकडाऊंन में दिल्ली के मजदूर बस्तियों में लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं ।वे कहते हैं कि यहाँ हम जामिंयां के हजरत मसूद साहब और दूसरे साहवान की निगेहवानी में राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं ।जहाँ केवल लाचार जरुरतमंदों ,जिनकी ना तो कोई जाति ,धर्म की पूछी जाती है, वहां सिर्फ और सिर्फ ईंसानियत की पूजा कर हमलोग 500 मजदूर ,बेबस लाचारों के खाना बनाकर खिलाते हैं ।पर थैंक्स टू एस एच ओ बहादुरगंज सुमन सर को मैं सैल्यूट करता हूं - जो हमारे ईलाके में गरीब ,मजलूम ,बेवा ,बुजुर्गो के बीच अपने और अपने पुलिस के साथियों के साथ ,अपनी ड्यूटियों से वक्त निकाल कर फूड पैकेट बांट रहे हैं ।जहाँ पर इनके बारे में लोग फोन पर हमेशा बतलाते हैं ।हमारे बहादुरगंज थाने में ऐसा थानेदार ना तो आया होगा और ना हीं आने की उम्मीद है ।वहीं सीमांचल एकता संगठन के रहवर अलहाज वसीकुर्ररहमान तो एकदम से थानाध्यक्ष को लोगों का फरिस्ता तक करार देते कहते हैं कि -सुमन जी ने पुलिसिंग का नायाब तोहफा बहादुरगंज के लोगों को दिया है ।जिसका मैं शुक्रगुजार होकर उनका शुक्रिया अदां करता हूं ।
मो.इमरान आलम जिप प्रतिनिधि तो इनसे भी एक कदम आगे आकर कह जाते हैं कि - सुमन जी के काम का क्या कहना ,इनके कारगुजारियों के कायल भाटाबाड़ी के लोगों ने किशनगंज पुलिस जिंदावाद के नारे यूं हीं नहीं लगाये थे ।जहां पुलिस सप्ताह पर डी एम और एस पी ने इन्हें बेस्ट थाना का एवार्ड दिया था ।बहादुरगंज पुलिस के द्वारा गरीब मजलूमों के बीच राहत वितरण के लिए मैं यहाँ के पुलिस का शुक्रिया अदां करता हूं ।जबकि वार्ड पार्षद बहादुरगंज नगर संजय भारती कहते हैं कि - मैं कभी कभी सोचता हूं कि सुमन जी रात को सोते भी हैं कि नहीं ।जब भी देखता हूं खुद और अपनी टीम के साथ इलाके को छान देते हैं ।जिसके लिए मैं पूरी पुलिस टीम को धन्यवाद देता हूं कि इस नाजुक समय में ये अपना आराम चैन भूलकर लोगों की सेवा में लगे हैं।
पूर्व नगर पार्षद एहतशाम अंजुम साहब तो कहते हैं "वक्त गूंगा नहीं मौन है ,वक्त आने पर बता देता है किसका कौन है " ।हाल के दिनों में बहादुरगंज पुलिस ने हरदिल अज़ीज एस पी कुमार आशिष के डायरेक्शन पर रिलीफ बांटने के काम की शुरुआत कर जिला नहीं सूवा ए बिहार को भी रौशनी दिखाई है कि -क्या होता है जनसेवा।वाकई मैं सुमन जी और उनके पूरे टीम का शुक्रिया अदां करते ,अभी अभी ट्रेनिंग के लिए आये नये पी एस आई लोगों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं ।
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