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किशनगंज: माननीय उच्च न्यायालय के आदेश से अंधेरों की साजिशें रोज रोज होती है,फिर भी उजाले की जीत,हर सुबह होती है। हसनैन को सशर्त जमानत,करनी पड़ेगी कोरोना संक्रमितों की सेवा।


  • माननीय उच्च न्यायालय के आदेश से *अंधेरों की साजिशें रोज रोज होती है,फिर भी उजाले की जीत,हर सुबह होती है* हसनैन को सशर्त जमानत,करनी पड़ेगी कोरोना संक्रमितों की सेवा।




शशिकांत झा
  किशनगंज (बिहार )- मॉं की ममता और न्याय की करुणामयी गुहार ,यहाँ भी सुमन ने जीता मॉं का प्यार ,हुई सच की जीत ,झूठों की हार ।किशनगंज एस पी कुमार आशिष की शान और बिहार पुलिस की पहचान बन चुके किशनगंज जिले के बहादुरगंज थानाध्यक्ष को एक बार फिर से मां के ममता की छांव मिली ।जहाँ बेटे की हत्या पर रोती बिलखती मॉं नाहेदा की सुनकर सुमन कुमार ने थानाकांड सं.176 /19 को दर्जकर ,अनुसंधान का भार स्वयं लिया ।जिससे आज हसनैन पिता स्व.माजिद ग्राम -सतीघट्टा थाना -बहादुरगंज को माननीय उच्च न्यायालय पटना ने जमानत याचिका को सशर्त स्वीकारते हुए एक माह तक कोरोना संक्रमित रोगियों की सेवा का आदेश दिया है ।माननीय उच्च न्यायालय के इस अभूतपूर्व आदेश से लोगोंं में उचित न्याय की आशाऐं प्रबल हो गयी है।
               मामला ग्राम सतीघट्टा ,थाना बहादुरगंज जिला किशनगंज की है ।जहाँ साजिश करने बालों ने एक मॉं से उसका बेटा छीन लिया और मिलजुल कर उसकी हत्या कर दी थी ।घटना 14 .06 .19 की बताई गयी ,जब हसन राजा के गौना पर सभी घर से बाहर थे और घर की रखबाली के लिए एहसान बाबू अपनी मॉं के साथ घर पर था ।जिसे शाम में किसी ने फोनकर बुलाया था ।घर से बाहर निकला एहसान फिर लौटकर नहीं आया ।सुबह एक पाट खेत में पड़ा एहसान अपनी जिंदगी की अंतिम सॉंसें ले रहा था।

सुमन कुमार सिंह थानाध्यक्ष बहादुरगंज।


लोग ईलाज के लिए लेकर चले ,पर एहसान अल्लाह को प्यारे हो गये ।मॉं बाप थाना आये तो रसूखदारों की टोलियों ने बाप को थाना से बाहर बुलाकर पैसों की लालच और डर दिखाने में लग गये ।पर मॉं नाहेदा की करुणामयी न्याय की गुहार और थानाध्यक्ष के स्थल जॉंच में सच्चाई छुप ना सकी ।13 .06 .19 को नामजद आरोपियों में ममनून (हसनैन के भाई )के मो.नं.76••••••30 से एहसान के मो.नं. 96•••••45 पर घटना के दिन शाम को 443 सेकेंड बातें होने की पुष्टि हो गयी ।अनुसंधान और पर्यवेक्षण के क्रम में पुलिस अधीक्षक किशनगंज ने रिपोर्ट थ्री और अंतिम आदेश में कांड को सत्य पाकर आरोप पत्र दाखिल करने का आदेश अनुसंधानक सह थानाध्यक्ष को दिया ।जहाँ से हसनैन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया ।जबकि शेष चार फरार नामजदों के घर कुरकी ,जप्ती की कार्यवाही कर माननीय न्यायालय के आदेश का पालन किया जा चुका है ।तथा इस कांड के अभियुक्त ऐनुद्दीन पिता स्व.माजिद की जमानत अधिक उम्र के कारण दी जा चुकी है ।शेष तीन अभियुक्त फरार है ,जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने जाल बिछा रखी है ।और हसनैन अभी एम जी एम के महेशबथना कोविड केयर सेन्टर में पिड़तों की सेवा में लगाये जा चुके हैं ।जबकि मॉं नाहेदा की ऑंखों से बहते आंसू आज भी एहसान की यादों में थानाध्यक्ष बहादुरगंज सुमन कुमार सिंह को दुआऐं दे रही है ।

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