राखी के दुकान से ग्राहक नदारद। |
-अधिकतर बहने ऑनलाइन राखी खरीद रही है।
-कोरोना संकट में ऑनलाइन साइट्स काफी मददगार साबित हो रही है।
किशनगंज (बिहार) विजय कुमार/ वैश्विक कोरोना में चाहे किसी भी धर्म का कोई भी पर्व हो सभी प्रभावित हुआ है कोरोना काल का भेंट चढ़ रहा भाई बहन के प्यार का प्रतीक राखी का त्यौहार अब बाजारों की रौनक बढ़ाने वाली राखी की दुकानें भी प्रभावित हुआ है। गौरतलब हो कि हिंदू श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला राखी का त्यौहार जो भाई बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन सोमवार को मनाया जाने वाला है वह भी कोरोना का भेंट चढ़ रहा है।
किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ सहित अन्य प्रखण्डों में भी लॉकडाउन के कारण आवश्यक सामग्रियों को छोड़कर सभी दुकाने बंद है जिस कारण राखी की भी दुकानें बाजारों में बंद है। राखी बेचने वाले दुकानदार ने चोरी-छिपे करके कुछ दुकानें खोली है पर उनलोगों का कहना है कि हम लोग क्या करें इस बार माल बाहर से नहीं लाए हैं जो पिछले साल का बचा हुआ था उसी राखी को हम लोग निकालने की तैयारी में है पर कोरोना महामारी के चलते बाजारों में ग्राहक नहीं आ रही है कुछ ग्राहक से क्या होगा।
गौरतलब हो कि इस बार भाइयों की राखी भेजने का ट्रेड भी बदल गया है लॉकडाउन के कारण स्पीड पोस्ट, कुरियर सेवा, डाक सेवा बंद है ऐसे में जागरूक बहन ऑनलाइन साइट से राखियां भाइयों को भेज रही है ऑनलाइन साइट समय काफी मददगार साबित हुआ है।
0 Comments