(फाइल फोटो) |
किशनगंज (बिहार)- मंगलवार को बिहार कैबिनेट की बैठक हुई,नीतीश सरकार की इस अहम बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए हैं। कैबिनेट की बैठक में कुल 60 एजेंडों पर मुहर लगी है। आरा में नया मेडिकल कॉलेज बनाने के एजेंडे पर मुहर लगी है। बैठक में जम्मू-कश्मीर के बारामूला आतंकवादी हमले में शहीद सैनिको के परिजन को नौकरी देने पर भी मुहर लगाई गई है।नीतीश सरकार में कोरोना महामारी के दौर में कई अहम फैसले किए हैं। मंगलवार की इस अहम बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए हैं। कैबिनेट ने 9500 करोड़ रुपये से अधिक राशि की खर्च करने पर दी मंजूरी दी गई है। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए 453 करोड़ की राशि स्वीकृत दी गई है।
मिड डे मील के लाभुकों के खाते में राशि भेजी जाएगी, इसके लिए 151 करोड़ रुपये DBT करने पर मंजूरी मिली है। बिजली बोर्ड के कर्मियों के अंफंडेड टर्मिनल वेनिफीट भुगतान के लिए 757 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। बाढ़ को लेकर कंटीजेंसी फण्ड में 1500 करोड़ रुपये देने की बात हुई है। कोविड महामारी की जागरूकता फैलाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग को 645 करोड़ रुपये देने की मजूरी मिली है।
इस बैठक में बिहार विधानमंडल का सत्रावसान के लिए CM को अधिकृत किया गया है। साथ ही एक और बड़ा फैसला लिया गया है SAP के जवानों का सेवा विस्तार अगले 5 साल के लिए बढ़ा दिया गया है। बालू घाटो की बन्दोबस्ती का एक्सटेंशन 31 दिसम्बर 2020 तक के लिए कर दिया गया है। पटना के इंटर स्टेट बस टर्मिनलके बेहतर रख रखाव और संचालन के लिए सोसायटी का गठन करने का आदेश दिया गया है। कोरोना महामारी के दौरान ऊर्जा विभाग का जबरदस्त नुकसान हुआ है।ऊर्जा शुल्क वसूली में सरकार को घाटा सहना पड़ा है। लगभग 3500 करोड़ रुपये का नुकसान बिहार सरकार को हुआ है।
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