असहाय की मदद करते पुलिस |
किशनगंज (बिहार )- बिहार पुलिस "एक नेकनामी का नाम ,जिनके सहयोग और सहायता के कायल हैं लोग ,वह भी तब जब लोग कोरोना वायरस के डर से सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं ।
जब कोरोना के डर से लोग डरे सहमें अपने घरों में दुबके पड़े हैं ।पर पुलिस और खासकर दिघलबैंक पुलिस गरीब ,बेसहारों की मदद को आगे आ रहे हैं ।मिशाल है दिघलबैंक थाना से कटकर बने कोढ़ोबाड़ी थाना का ,जहाँ के थानाध्यक्ष नीरज कुमार निराला जो अपने काम और नाम से जाने जाते हैं ।बीते दिन ये सदलबल देहाती क्षेत्रों में जाकर बेबसी और लाचारी झेलने बालों के बीच भोजन पानी का वितरण करते देखे गये ।जिसे लेकर लोग अब बिना डर के पुलिस के पास आने लगे हैं ।लोग उस समय हैरत में पड़ गये जब बी डी ओ दिघलबैंक पूरन साह ,थानाध्यक्ष दिघलबैंक आरिज एहकाम और थानाध्यक्ष कोढ़ोबाड़ी नीरज कुमार निराला की संयुक्त टीम कोढ़ोबाड़ी से भाटाबाड़ी तक का सफर तय किया ।जहाँ के रास्तों पर मिले बूढ़े बूढ़ियों और लाचार लोगों को कोढ़ोबाड़ी थानाध्यक्ष ने भोजन पानी देकर उनकी दुआऐं हांसिल की ।कम व वेश इसी तरह मदद की पेशकस दिघलबैंक पुलिस की पहचान बन चुकी है ।लाकडाऊंन के पालन में कानूनी शख्ती और दिलों में प्यार लिए प्रखंड स्तर के सभी पदाधिकारी आज लोगों को भूखे सोने नहीं दे रहे हैं ।जिसको लेकर अब गांव घरों में चर्चा ए आम हो चली है ।जहाँ पुलिस का शाब्दिक अर्थ --पु -पुरुषार्थ ,लि -लिप्सा रहित एवं स- सहयोगी का उत्कृष्ट उदाहरण भारत नेपाल की सीम़ाओं से सटे थानाओं में देखा जा सकता है।
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